ये होली जब-जब आती हैं ये होली जब-जब आती हैं
आई फिर खुशियों की फुहार मेरे अंगना , भीग जाना ना अब कोई बहाना। आई फिर खुशियों की फुहार मेरे अंगना , भीग जाना ना अब कोई बहाना।
देवर के हाथों में देख के रंग! कि भाभी भागी मचाया हुड़दंग! देवर के हाथों में देख के रंग! कि भाभी भागी मचाया हुड़दंग!
जंगलवासी एक हमेशा, कहकर गले लगाये। जंगलवासी एक हमेशा, कहकर गले लगाये।
ऐसे हमारे शंकरजी पधारो शंकरजी। ऐसे हमारे शंकरजी पधारो शंकरजी।
लेते पकौड़े, चाट के चटकारे मुझको होली लगती बड़ी प्यारी। लेते पकौड़े, चाट के चटकारे मुझको होली लगती बड़ी प्यारी।